साबूदाना खिचड़ी - Sabudana Khichadi Recipe in Hindi - फलहारी रेसिपी

व्रत स्पेशल साबूदाना की खिचड़ी / Sabudana Khichadi / साबूदाना खिचड़ी रेसिपी / फलहारी रेसिपी – चाहें जो बोलो लेकिन, इस फलहारी Sabudana Khichadi एक लोकप्रिय भारतीय उपवास की रेसिपी हैं, जो खासतौर पर नवरात्री, महाशिवरात्रि, आषाढ़ी एकादशी, कार्तिक एकादशी, या अन्य उपवास जैसे व्रत के समय यह रेसिपी बनाई जाती हैं| साबूदाने को सागो भी बोला जाता हैं, तो इस व्रत स्पेशल Sabudana Khichadi Recipe बनाने के लिए साबूदाना को भिगोया जाता हैं, उसमे उबले हुए आलू, भुनी मूंगफल्ली, काली मिर्च, जिरा, हरी मिर्च, और घी के खास तडके के साथ मिलाकर यह Sabudana Khichadi तैयार की जाती हैं| यह रेसिपी ना केवल हल्की-फुल्की और सुपाच्य होती हैं, बल्कि यह शरीर को भरपूर मात्रा में उर्जा भी प्रदान करती हैं| साबूदाना खिचड़ी रेसिपी / Sabudana Khichadi की खास बात यह हैं की यह बहुत ही जल्दी से बन जाती हैं और व्रत या उपवास के समय आप इसे जल्दी से तैयार कर सकते हैं| साबूदाना खिचड़ी जल्दी बनने के साथ ही बहुत पौष्टिक भी होती हैं| तो आप भी इसे आजमाइए और अपने व्रत या उपवास के दौरान शरीर को दीजिए भरपूर ताजगी| आइए जानते हैं स्वादिष्ट साबूदाना खिचड़ी कैसे बनाए| 


Vrat Special Sabudana Khichadi


सर्विंग (Serving) : 2-3 लोगों के लिए

कुल समय (Total Cooking Time) : 15-20 मिनट (भिगोने का समय छोड़कर)

  • भिगोने का समय : 3-4 घंटे
  • तैयारी का समय : 5-10 मिनट
  • पकाने का समय : 10 मिनट

सामग्री :-

  • 1 कटोरी साबूदाना (मोटा)
  • 1 बड़ा आकार का आलू (उबला हुआ)
  • ¼ कप मूंगफल्ली के दाने
  • 2 हरी मिर्च (बारीक़ कटी हुई)
  • 8-10 दाने काली मिर्च (कुटी हुई)
  • ½ छोटा चम्मच जिरा
  • 1 छोटा चम्मच नींबू का रस
  • 4-5 करीपत्ता
  • 1 छोटा चम्मच हरा धनिया (बारीक़ कटा हुआ)
  • सेंधा नमक (स्वाद के अनुसार)
  • 1 बड़ा चम्मच देसी घी या मूंगफल्ली का तेल


साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि :-

साबूदाना भिगोना :

  • साबूदाने को एक बाउल में डालकर 2-3 बार अच्छे से धोकल साफ कर लें|
  • साबूदाना में थोडा ही पानी रखे और ढककर 3-4 घंटे के लिए साबूदाना भिगने दें| (साबूदाना में पानी उतना ही रखे सिर्फ साबूदाना डूबा रहे, ज्यादा पानी ना रखे)|
  • अब 3-4 घंटे के बाद साबूदाना को एक बार चेक करें – साबूदाना नरम और फुला हुआ होना चाहिए|

तैयारी करें :

  • जब तक साबूदाना भीगता हैं तब तक आप बाकि की तैयारी कर सकते हैं जैसे – आलू को उबालकर छिलके हटाकर छोटे-छोटे टुकड़े में काट लें|
  • हरी मिर्च को बारीक़ काट लें, और काली मिर्च को दरदरा कूट लीजिए|
  • एक पैन में मूंगफल्ली को भुन लें और ठंडा होने पर छिलका हटाकर दरदरा कूट लीजिए|

खिचड़ी बनाना :

  • एक कढ़ाई में घी या मूंगफल्ली का तेल गरम करें| जब तेल अच्छे से गरम हो जाए तब उसमे जिरा और करीपत्ता डालकर चटकने दें, उसके बाद हरी मिर्च डालें|
  • अब उबले हुए आलू के टुकड़े, कुटी हुई काली मिर्च डालें, ऊपर से सेंधा नमक डालकर अच्छे से मिलाए|
  • अब इसमें भीगा हुआ साबूदाना और कुटी हुई मूंगफल्ली डालकर हल्के हाथो से अच्छे से मिलाए|
  • धीमी आंच पर 5-6 मिनट तक ढककर पकाए जब तक साबूदाना पारदर्शी (पानी कलर का) ना हो जाए, अंत में इसमें नींबू का रस और बारीक़ कटा हुआ हरा धनिया डालकर मिलाए|

साबूदाना खिचड़ी परोसे :

  • अब गैस बंद करें और गरमा-गरम साबूदाना खिचड़ी को एक प्लेट में निकालें और नींबू का अचार या मीठा दही के साथ परोसे|
  • अगर आपको थोडा स्पाइसी पसंद हैं, तो आप साथ में तली हुई हरी मिर्च भी सर्व कर सकते हैं|

पोषक तत्त्व (Nutrition Per 1 Plate Serving) :-

  • कैलोरी (Calories) – 280-300 kcal
  • कार्बोहाइड्रेट (Carbohyadrates) – 45-50 ग्राम
  • प्रोटीन (Protein) – 4-5 ग्राम
  • फैट (Fat) - 10-12 ग्राम
  • फाइबर (Fibar) - 3 ग्राम

साबूदाना खिचड़ी खाने के फायदे :-

साबूदाना : साबूदाना उर्जा का बहुत ही बड़ा स्त्रोत मन जाता हैं, इसमें कार्ब्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो उपवास या व्रत के समय तुरंत उर्जा प्रदान करते हैं|

पचने में आसान : साबूदाना में फाइबर होने के कारन यह एक हल्का-फुल्का फलहारी नाश्ता कहलाता हैं| जिससे पेट पर बोझ नही पड़ता|

मूंगफल्ली : मूंगफल्ली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और हेल्दी फैट्स होता हैं, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं|

आलू : आलू में प्रोटीन, फाइबर, और पोटैशियम होते हैं जो शरीर के मांसपेशियों के लिए लाभकारी हैं|


निष्कर्ष :-

साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichadi) एक सरल, स्वादिष्ट और पारंपरिक भारतीय उपवास की रेसिपी हैं जो शरीर को उर्जा देने के साथ-साथ पाचन में भी हल्की होती हैं| इसकी खासियत यह हैं की यह रेसिपी झटपट बन जाती हैं और इसकी विधि और पौष्टिकता के कारण इसे हर उम्र के लोग खाना पसंद करते हैं| यह रेसिपी खासकर जो वर्किंग वूमेन हैं, और खास दिन पे अगर उनका कोई व्रत या उपवास हैं तो वह साबूदाना की खिचड़ी एकदम झटपट बनाकर अपना समय बचा सकती हैं, यह रेसिपी वर्किंग लोगों के लिए बहुत मददगार हो सकती हैं| व्रत के दौरान आप इसे नाश्ते, लंच या नाश्ते के रूप में भी खा सकते हैं| तो आप भी इस फलहारी रेसिपी को एक बार जरूर ट्राय करें, अपने दोस्तों, मेहमानों और फॅमिली के साथ शेयर करें| और यह रेसिपी आपको कैसी लगी मुझे कमेंट में जरूर बताए|


उपयोगी टिप्स :-

  • साबूदाना को भिगोते समय अच्छे से 2-3 बार धोकर ही भिगोए वरना उसमे स्टार्च रहने की वजह से यह चिपचिपा बन सकता हैं|
  • साबूदाना भिगोने के लिए कम पानी रखे ज्यादा पानी रखने से खिचड़ी चिपचिपी हो सकती हैं|
  • यदि आप इसे व्रत के लिए बना रहे हैं जैसे – कोई एकादशी, या नवरात्री में तो इसमें सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करें|
  • अगर आप साबूदाना की खिचड़ी कठोर व्रत में बना रहे हैं, तो आप व्रत के अनुसार ही इसमें सामग्री डालें|
  • साबूदाना की खिचड़ी में आप टमाटर को भी मोटे टुकड़ों में काटकर डाल सकते हैं|
  • साबूदाने को पकाते समय बहुत ज्यादा हिलाए नहीं, वरना खिचड़ी गीली हो सकती हैं|
  • साबूदाना खिचड़ी में आप कुटी हुई मूंगफल्ली की जगह पर तली हुई कुरकुरी साबुत मूंगफल्ली भी डाल सकते हैं|
  • नींबू का रस और कटा हुआ हरा धनिया अंत में ही डाले – इससे ताजगी बनी रहेगी और स्वाद भी बढेगा|

FAQ :-


Quas 1 :  क्या साबूदाना खिचड़ी व्रत में खाई जा सकती हैं ?

Ans :   हाँ, अक्सर साबूदाना खिचड़ी व्रत या उपवास स्पेशल ही बनाई जाती हैं, इसे आप रोज भी नाश्ते के रूप में खा सकते है| लेकिन अगर आप इसे स्पेशल व्रत के लिए बना रहे हैं, तो इसमें सेंधा नमक और व्रत के अनुसार सामग्री डालें|


Quas 2 :  साबूदाना चिपकता क्यों हैं ?

Ans :   अगर साबूदाना ज्यादा पानी में भिगोया गया हैं या सही से नहीं धोया गया हो तो वह पकाते समय कढ़ाई या पैन में निचे चिपक सकता हैं|


Quas 3 :  क्या इसे बिना आलू के बनाया जा सकता हैं ?

Ans :   जी हाँ, आप साबूदाना की खिचड़ी में आलू की जगह पर शकरकंद (Sweet Potato) का इस्तेमाल कर सकते हैं|


Quas 4 :  क्या डायबिटीज के मरीज साबूदाना खिचड़ी खा सकते है ?

Ans :   साबूदाना में हाई ग्लायसेमिक इंडेक्स होता हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता हैं| इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन सिमित मात्रा में करना चाहिए या डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए|


Quas 5 :  क्या साबूदाना खिचड़ी खाने से वजन बढ़ता हैं ?

Ans :   अगर इसका सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए या फिर तेल/घी ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो वजन थोडा बढ़ सकता हैं| लेकिन व्रत या उपवास के दौरान इसे खाने से यह बहुत ही लाभकारी साबित हो सकता हैं|


Quas 6 :  अगर साबूदाना ज्यादा नरम या चिपचिपा हो गया तो क्या करें ?

Ans :   अगर साबूदाना नरम या चिपचिपा हो जाए तो ऐसी स्थिति में थोडा भुना हुआ मूंगफल्ली का पाउडर या भुना हुआ साबूदाना का पाउडर डालकर मिक्स करें इससे साबूदाना की खिचड़ी का टेक्सचर नॉर्मल/थोडा सुखा हो जाएगा|

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