साबूदाना वड़ा रेसिपी - Sabudana Vada Recipe in Hindi - साबूदाना वड़ा

साबूदाना वड़ा | Sabudana Vada | Sabudana Vada Recipe | फ्राइड साबूदाना वड़ा – यह एक पारंपरिक और लोकप्रिय व्रत (उपवास) की रेसिपी हैं, जो खासकर महाराष्ट्र और उत्तर भारत में बड़े चाव से खाई जाती हैं| यह Sabudana Vada बाहर से एकदम कुरकुरा और अंदर से नरम होता हैं, जिसे कुटी हुई मूंगफल्ली, और उबले हुए आलू से कोटिंग किया जाता हैं और कुछ मसालें डालकर स्वादिष्ट Sabudana Vada Recipe तैयार की जाती हैं| आप इसे नाश्ते, या चाय के साथ स्नैक्स के रूप में कभी भी खा सकते हैं| Sabudana Vada एक ऐसी रेसिपी हैं, जो स्वाद, सेहत और परंपरा – तीनों का मेल हैं| यह खासकर व्रत (उपवास) के समय आपके शरीर को तुरंत उर्जा देने में मदद करता हैं| इसकी खास बात यह हैं की अगर आप बहुत जल्दी में हैं तो यह फलहारी नाश्ता सिर्फ 20-25 मिनट में तैयार हो जाता हैं| आइए जानते हैं Sabudana Vada रेसिपी के बारे में| 


Perfect Sabudana Vada Recipe


सर्विंग (Serving) : 3-4 लोगों के लिए

बनाने का समय : 25-30 मिनट


सामग्री :-

  • 1 कप साबूदाना (3-4 घंटे भीगा हुआ)
  • 2 मध्यम आकार के आलू (उबले हुए)
  • ½ कप भुनी मूंगफल्ली (छिलके हटाकर दरदरी कुटी हुई)
  • 2-3 हरी मिर्च (बारीक़ कटी हुई)
  • सेंधा नमक (स्वाद के अनुसार)
  • 1 छोटा चम्मच नींबू का रस
  • ½ छोटा चम्मच जिरा
  • तेल (तलने के लिए)


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साबूदाना वड़ा बनाने की विधि :-

साबूदाना तैयार करें :

  • सबसे पहले साबूदाना को अच्छे से 2-3 बार धोकर, रातभर या कम से कम 3-4 घंटे के लिए साबूदाना को पानी में भिगो दे (ध्यान रहें साबूदाना भिगोने के लिए बहुत ज्यादा पानी ना रखे)|
  • साबूदाना भिगने के बाद अगर उसमे पानी रह जाता हैं तो पानी को छलनी से छान लें और साबूदाना को छलनी में रखे ताकि साबूदाना में से अतिरिक्त पानी निकल जाए|

मिश्रण तैयार करें :

  • एक बड़े बाउल में भीगा हुआ साबूदाना, उबले और मैश किए हुए आलू, दरदरी कुटी हुई मूंगफल्ली, बारीक़ कटी हुई हरी मिर्च, सेंधा नमक, नींबू का रस और जीरा डालें और सभी चीजों को अच्छे से मिलाए|

वड़ा बनाए :

  • तैयार किए हुए मिश्रण से छोटे-छोटे गोले लेकर उन्हें हाथो के ऊपर रखकर चपटा आकार देकर सारे वडे तैयार करें|
  • चाहों तो हाथ में थोडा सा पानी या तेल लगाकर वडे तैयार कर सकते हैं, जिससे हाथो में वडे चिपके नहीं|

वडे फ्राई करें :

  • एक कढ़ाई में तेल गरम करें, जब तेल अच्छे से गरम हो जाए तब इसमें वडे को धीरे-धीरे एक-एक करके वडे को डालें| कढ़ाई जितनी गहरी या बड़ी हो उसी हिसाब से वडे कढ़ाई में डालें| एक बार में बहुत ज्यादा ना डालें वरना यह आपस में चिपक सकते हैं|
  • अब वडे डालने के बाद उन्हें मध्यम आंच पर सुनहरा और कुरकुरा होने तक दोनों तरफ से पलटकर तल लीजिए| और निकालकर टिशु पेपर या साधे पेपर पर रखे ताकि उसमे से अतिरिक्त तेल निकल जाए|

साबूदाना वड़ा सर्व करें :

  • साबूदाना वड़ा को एक प्लेट में निकालें, और मीठा दही, हरी चटनी, नारियल की चटनी, या तली हुई हरी मिर्च के साथ गरमा-गरम साबूदाना वडा सर्व करें|

पोषक तत्त्व :-

(Nutrition Per 1 Sabudana Vada)
  • कैलोरी (Calories) - 120-150 kcal
  • कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) - उच्च मात्रा
  • प्रोटीन (Protein) - 2-3 ग्राम
  • फाइबर (Fibar) - 1-2 ग्राम
  • फैट (Fat) - 5-7 ग्राम

साबूदाना वड़ा के लाभ :-

  • उपवास के समय उर्जा बढाने में मदद करता हैं|
  • मूंगफल्ली में प्रोटीन और हेल्दी फैट भरपूर मात्रा में होता हैं|
  • आलू और साबूदाना से तुरंत उर्जा (Instant Energy) मिलती हैं|
  • ग्लूटेन-फ्री डाइट वालों के लिए उत्तम विकल्प|

निष्कर्ष :-

साबूदाना वडा एक ऐसा व्यंजन हैं, जो स्वाद, सेहत और परंपरा का परफेक्ट कॉम्बिनेशन हैं| यह खासकर उपवास के समय आपके शरीर को तुरंत उर्जा (Instant Energy) प्रदान करता हैं| अगर इसे सही तरीके से तैयार किया जाए, तो यह न सिर्फ स्वादिष्ट होता हैं बल्कि सुपाच्य भी होता हैं| अगर आप उपवास के दिनों में कुछ खास और हेल्दी खाना चाहते हैं जिससे आपका उपवास भी कायम रहे और आपको दिनभर एनेर्जेटिक भी महसूस हो तो साबूदाना वडा आपके लिए एकदम परफेक्ट विकल्प हैं| इसकी खास बात यह हैं की अगर आप बहुत जल्दी में हैं तो यह फलहारी नाश्ता सिर्फ 20-25 मिनट में तैयार हो जाता हैं| तो आप भी इस साबूदाना वडा को अपने घर पर एक बार जरूर ट्राय करें और अपने उपवास के दिन को दिनभर एक्टिव और एनेर्जेटिक बनाए और इस रेसिपी को ट्राय करने के बाद आपका अनुभव कैसा रहा यह हमारे साथ शेयर करें| अगर यह रेसिपी आपको पसंद आती हैं तो अपने दोस्तों, फॅमिली और मेहमानों के साथ भी शेयर करें और कमेंट करना ना भूले|


उपयोगी टिप्स :-

  • साबूदाना में पानी ना हो वरना मिश्रण गिला बनेगा और वडे तलते समय टूट सकते हैं|
  • मूंगफल्ली को हल्का सा भुनकर छिलके हटाकर दरदरा कूट लें ताकि स्वाद और कुरकुरापन दोनों मिले|
  • आप इसे व्रत/उपवास में भी खा सकते या अगर उपवास ना हो तो भी खा सकते हैं|
  • अगर आप चाहों तो साबूदाना वडा के मिश्रण में बारीक़ कटी हुई हरी मिर्च की जगह पर कुटी हुई काली मिर्च भी स्वादानुसार डाल सकते हैं|
  • चाहें तो सेंधा नमक की जगह पर साधा रेगुलर नमक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं (अगर व्रत/उपवास ना हो तो)|
  • अगर आप ज्यादा तेल वाला खाना पसंद नही करते हैं, तो आप साबूदाना वडा को तवे पर थोडा तेल डालकर दोनों तरफ से शैलोफ्राई भी कर सकते हैं|

FAQ :-


Ques 1 :  क्या साबूदाना वडा व्रत में खाया जा सकता हैं ?

Ans :   हाँ, साबूदाना वडा व्रत में भी खाया जा सकता हैं, लेकिन जब आप इसे व्रत/उपवास के लिए बना रहें हैं, तब इसमें साधारण नमक की जगह पर सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करें|


Ques 2 :  वडे तलते समय टूटते क्यों हैं ?

Ans :   अगर साबूदाना ज्यादा गिला हो और मिश्रण में ज्यादा नमी हो तो वडे तलते समय टूट सकते हैं| वडे टूटे नहीं इसके लिए साबूदाना में से पूरा पानी निकालकर साबूदाना को 10-15 मिनट के लिए छलनी में रखे ताकि इसमें से अतिरिक्त पानी निकल जाए और मिश्रण गिला ना बने इससे वडे भी अच्छे बनेंगे और टूटेंगे नहीं|


Ques 3 :  साबूदाना वडा का मिश्रण अगर गिला हो जाए तो क्या करें ?

Ans :   अगर साबूदाना वडा का मिश्रण गिला हो जाए तो इसमें थोडा और कुटी हुई मूंगफल्ली या राजगीरा का आटा या सिंघाड़ा का आटा मिलाए जिससे यह मिश्रण में से गीलापन सोखकर वडे बांधने में आसानी से मदद हो|


Ques 4 :  क्या मिश्रण को फ्रिज में रख सकते हैं ?

Ans :   हाँ, आप मिश्रण को तैयार करके फ्रिज में 1 दिन के लिए रख सकते हैं, लेकिन वडे हमेशा तुरंत ही बनाकर खाए|


Ques 5 :  साबूदाना वडा कब्ज करता हैं क्या ?

Ans :   हाँ, इसमें फाइबर की कमी होती हैं, यह तेल में डीप फ्राई किया जाता हैं जिससे यह भारी और धीरे-धीरे पचने वाला भोजन बन जाता हैं| कम पानी पीना – अगर साबूदाना वडा खाने के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी ना पीया जाए तो शरीर में पानी की कमी हो सकती हैं और यह तेल वाला होने के कारन पचने में भारी हो सकता हैं जिससे यह कब्ज का कारन बन सकता हैं|


Ques 6 :  साबूदाना कब नहीं खाना चाहिए ?

Ans :   डायबिटीज के मरीजों को सावधानी रखनी चाहिए - साबूदाना में स्टार्च की मात्रा अधिक होती हैं जिससे रक्त शर्करा स्तर बढ़ सकता है| इसलिए डायबिटीज के मरीजों को साबूदाना खाने से बचना चाहिए|

जो लोग वजन घटा रहें हैं – इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता हैं, जिससे वजन बढ़ सकता है|

इसके अलावा अगर आपको थायरोइड हैं, या आपका पेट ख़राब हैं या दस्त हैं तो साबूदाना खाने से बचना चाहिए|


Ques 7 :  साबूदाना वडा खाने के क्या फायदे हैं ?

Ans :   उपवास के समय उर्जा बढाने में मदद करता हैं|

मूंगफल्ली में प्रोटीन और हेल्दी फैट भरपूर मात्रा में होता हैं|

आलू और साबूदाना से तुरंत उर्जा (Instant Energy) मिलती हैं| ग्लूटेन-फ्री डाइट वालों के लिए उत्तम विकल्प|

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