फिश फ्राई - Fish Fry Recipe in Hindi - मसाला फिश फ्राई

हेल्लो दोस्तों, आज हम बनाएंगे फिश फ्राई जो एक लोकप्रिय सी-फ़ूड (Sea-Food) डिश हैं| Fish Fry स्वाद, सेहत और मसालेदार तडके का एक बेहतरीन मेल हैं| दक्षिण भारत से लेकर बंगाल तक, हर जगह फिश फ्राई के अलग-अलग अंदाज देखने को मिलते हैं| सबका Fish Fry बनाने का तरीका अलग-अलग हो सकता हैं, लेकिन इसका स्वाद लाजवाब आता हैं| यह Fish Fry रेसिपी खासतौर पर उन लोगों के लिए हैं जो घर पर ही रेस्टोरेंट जैसी स्वादिष्ट और कुरकुरी मछली बनाना चाहते हैं| Fish Fry खाने में जितनी लाजवाब लगती हैं, यकीन मानिए इसे बनाना भी उतना ही आसान हैं और बहुत कम समय में बन जाती हैं| Fish Fry एक स्वादिष्ट, प्रोटीनयुक्त और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन हैं| यह खासतौर पर वीकेंड डिनर, पार्टी स्नैक्स, या स्पेशल मिल के लिए एक परफेक्ट डिश हैं| तो आइए जानते हैं की स्ट्रीट स्टाइल मसालेदार Fish Fry बनाना कैसे हैं और साथ में देखेंगे की उपयोगी टिप्स क्या हैं| 


Street Style Fish Fry Taiyar Hain


सर्विंग (Serving) : 3-4 लोगों के लिए

कुल समय (Total Cooking Time) : 30 मिनट

  • तैयारी का समय : 15 मिनट (मैरिनेशन का समय)
  • पकाने का समय : 15 मिनट

सामग्री :-

  • 500 ग्राम मछली (रोहू) (कटी हुई)
  • 2 छोटा चम्मच नींबू का रस
  • 1 बड़ा चम्मच अदरक-लहेसून का पेस्ट
  • 1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • ½ छोटा हल्दी पाउडर
  • 1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर
  • ½ छोटा चम्मच गरम मसाला
  • नमक (स्वाद के अनुसार)
  • 1 बड़ा चम्मच बेसन (चने का आटा)
  • 1 बड़ा चम्मच चावल का आटा या सूजी (क्रिस्पीनेस के लिए)
  • तेल (आवश्यकतानुसार – तलने के लिए)
  • पानी (आवश्यकतानुसार – बैटर तैयार करने के लिए)



अगर आपको मेरी यह रेसिपी पसंद आती हैं, तो नॉन-वेज स्नैक्स से जुडी दूसरी रेसिपीज भी जरूर ट्राय करें|



फिश फ्राई बनाने की विधि :-

मछली की तैयारी करें :

मछली के टुकड़ों को अच्छे से धो लें| ताकि मछली में से सारी गंध और स्मेल निकल जाए| उसके बाद नींबू का रस और थोडा नमक लगाकर 10 मिनट के लिए अलग रखे|

मसाला तैयार करें :

एक कटोरी में अदरक-लहेसून का पेस्ट, लाल मिर्च, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, और थोडा सा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार करें|

मछली में मसाला लगाए :

अब सारे मसालें को मछली में दोनों तरफ अच्छी तरह से लगाए और 15-20 मिनट के लिए मैरिनेट करें| ताकि सारे मसालें फिश में अच्छी तरह से अंदर तक अब्सोर्ब हो सके|

बैटर तैयार करें :

अब एक बाउल में बेसन (चने का आटा), चावल का आटा या सूजी डालें इसमें थोडा नमक मिलाकर बहुत ही गाढ़ा पेस्ट तैयार करें| (पेस्ट पतला नहीं होना चाहिए)|

मछली पर बैटर लगाए :

अब मैरिनेट की हुई मछली पर बेसन वाला गाढ़ा पेस्ट हलके हाथो से लगाए बहुत ज्यादा नहीं लगाना हैं बिलकुल कम लगाए|

फ्राई करें :

अब एक कढ़ाई में तेल गरम करें, और जब तेल अच्छे से गरम हो जाए तब मछली के एक-एक टुकड़े डालकर गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करें| फ्राई किए हुए फिश एक पेपर पर निकाल लें, ताकि उसमे से अतिरिक्त तेल निकल जाए|

सर्व करें :

अब कुरकुरी मसालेदार Fish Fry तैयार हैं, इसे एक प्लेट में निकालें और गरमा-गरम फिश फ्राई ग्रीन चटनी या प्याज के साथ सर्व करें|


पोषण सुचना :-

(Nutrition Information Per 100 gram Approx)
  • कैलोरी (Calories) – 190 kcal
  • प्रोटीन (Protein) – 22 ग्राम
  • फैट (Fat) – 8 ग्राम
  • ओमेगा-3, फैटी एसिड्स (Omega-3) – 500 ग्राम
  • कैल्शियम (Calcium) – 50 ग्राम
  • आयरन (Iron) – 1.2 मिलीग्राम

फिश फ्राई खाने के लाभ :-

  • मछली में ओमेगा-3, फैटी एसिड्स (Omega-3) होते हैं, जो ह्रदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं|
  • इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन (Protein) होता हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत करता हैं|
  • त्वचा और बालों के लिए लाभकारी|
  • कम कार्बोहाइड्रेट होने के कारन वजन कम करने वालों के लिए भी फायदेमंद|

निष्कर्ष :-

फिश फ्राई एक स्वादिष्ट, प्रोटीनयुक्त और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन हैं, जिसे आप बहुत ही कम समय में घर पर आसानी से बना सकते हैं| यह रेसिपी खासतैर पर वीकेंड स्पेशल डिनर, गेट-टुगेदर या स्पेशल मिल के लिए एक परफेक्ट डिश हैं| आप इसे पार्टी में हरी चटनी के साथ स्नैक्स के तौर पर भी सर्व कर सकते हैं| आप भी इस रेसिपी को अपने घर पर ही एक बार जरूर ट्राय करें और दोस्तों, मेहमानों और अपने फॅमिली के साथ शेयर करे| यह रेसिपी आपको कैसी लगी मुझे कमेंट में जरूर बताए|


टिप्स :-

  • फिश फ्राई बनाने के लिए हमेशा फ्रेश मछली का ही इस्तेमाल करें, फ्रोजन या बासी मछली का इस्तेमाल करने से उतना अच्छा स्वाद नहीं आएगा|
  • मसालें को मछली में थोड़ी देर तक लगाकर रखना जरूरी हैं, ऐसा करने से मसालें का फ्लेवर मछली में अंदर तक जाता हैं|
  • मछली को तलते समय बार-बार पलटे नहीं, नहीं तो मछली टूट सकती हैं|
  • मछली को कढ़ाई में गरम तेल में डालते समय एक-एक करके डालें वरना यह आपस में चिपक सकती हैं|
  • फिश फ्राई बनाने के लिए बाइंडिंग के लिए बेसन का पेस्ट लगाना जरूरी होता हैं लेकिन ज्यादा ना लगाए, और क्रिस्पिनेस के लिए साथ में सूजी या चावल का आटा का भी इस्तेमाल करें|
  • फिश फ्राई को आप तलने की जगह ओवन में 200 DC पर 20 मिनट के लिए बेक कर सकते हैं|
  • अगर आप फिश फ्राई छोटे बच्चों को दे रहे हैं, तो इसके काटे पूरी तरह से हटा दें, और मसालें की मात्रा कम रखे|
  • आप फिश फ्राई को तलने की जगह पर तवे पर थोडा तेल डालकर शैलोफ्राई भी कर सकते हैं|

FAQ :-


Ques 1 :  कौन सी मछली फ्राई करने के लिए अच्छी होती हैं ?

Ans :   रोहू, कतला, सरपोटी, पंघरास (Pomfret), या बास (Bass), यह सब मछलियाँ फ्राई करने के लिए अच्छी होती हैं|


Ques 2 :  मछली में कौन-कौन से मसालें डाले जाते हैं ?

Ans :   मछली फ्राई करते वक्त उसमे निम्नलिखित मसाले डाले जाते हैं –

500 ग्राम मछली (रोहू) (कटी हुई)

2 छोटा चम्मच नींबू का रस

1 बड़ा चम्मच अदरक-लहेसून का पेस्ट

1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर

½ छोटा हल्दी पाउडर



Ques 3 :  मछली खाने के क्या फायदे हैं ?

Ans :   मछली में ओमेगा-3, फैटी एसिड्स (Omega-3) होते हैं, जो ह्रदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं|

इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन (Protein) होता हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत करता हैं|

त्वचा और बालों के लिए लाभकारी|

कम कार्बोहाइड्रेट होने के कारन वजन कम करने वालों के लिए भी फायदेमंद|


Ques 4 :  मछली खाने से कौन-सी बीमारी ठीक होती हैं ?

Ans :   मछली खाने से बहुत-सी बीमारियाँ कम या पूरी तरह से ठीक होती हैं|

ह्रदय रोग – मछली में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड रक्तचाप को नियंत्रित रखता हैं| हफ्ते में 1-2 बार मछली खाने से दिल का दौरा (Heart Attack) या Stroke का खतरा कम होता है|

डिप्रेशन और तनाव - ओमेगा-3 मस्तिष्क को शांत और संतुलित रखने में मदद करता हैं| नियमित मछली खाने वाले लोगों में डिप्रेशन, बेचैनी, और अनिद्रा की संभावना कम होती हैं|

संधियों का दर्द/गठिया – फिश में मौजूद प्राकृतिक फैट्स जोड़ों में सुजन को कम करते हैं और दर्द में राहत देते हैं|

त्वचा और बाल – ओमेगा-3 और प्रोटीन स्किन को ग्लोइंग और बालों को मजबूत बनाते हैं|

थायरोइड और हार्मोन्स बैलेंस – आयोडीन की भरपूर मात्रा थायरोइड ग्रंथि को ठीक से कम करने में मदद करती हैं|

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