साबूदाना खीर | Sabudana Kheer Recipe | साबूदाना की खीर| फलाहारी रेसिपी – Sabudana Kheer एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फलाहारी मिठाई हैं जो व्रत (उपवास) के समय या किसी भी त्यौहार पर बनाई जाती हैं| Sabudana Kheer एक बहुत ही झटपट बनने वाली खीर दूध, साबूदाना, चीनी और ड्राई फ्रूट्स से तैयार की जाती हैं| भारत में उपवास की परंपरा केवल एक धार्मिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक डीटोक्स का एक तरीका भी मानी जाती हैं| साबूदाना जिसे इंग्रजी में टैपिओका कहा जाता हैं, यह ब्राज़ील से भारत में आया था लेकिन अभी यह भारत में उपवास का सबसे लोकप्रिय और सुप्रसिद्ध खाद्य बन चूका हैं| साबूदाना महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर भारत में व्रत के दिनों में खाई जाने वाली डिश हैं| साबूदाना एक मात्र ऐसी चीज हैं जिससे आप उपवास / व्रत के लिए कई सारे प्रकार के डिशेस बना सकते हैं, जैसे – साबूदाना वड़ा, साबूदाना खीर, साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना चिवड़ा, साबूदाना पापड़, और भी बहुत प्रकार की रेसिपीज साबूदाना से बनाई जाती हैं| आयुर्वेद के अनुसार देखा जाए तो दूध और साबूदाना का संगम वाट और पित्त विकार को भी संतुलित करता हैं| Sabudana Kheer की यह खासियत हैं की जब व्रत के समय भरपूर एनर्जी और मानसिक एकाग्रता की जरूरत होती हैं यह साबूदाना बहुत फायदेमंद साबित होता हैं| साथ ही यह डिश पचने में भी बेहद आसान हैं और भूख को शांत करता हैं| तो आइए जानते हैं व्रत / उपवास स्पेशल Sabudana Kheer कैसे बनाए और साथ ही देखेंगे बेस्ट टिप्स|

सर्विंग (Serving) : 3-4 लोगों के लिए
कुल समय (Total Cooking Time) : 30 मिनट
सामग्री :-
- ½ कप (125 ग्राम) साबूदाना
- ½ कप चीनी (या स्वादानुसार)
- 6-7 केसर के धागे (वैकल्पिक)
- ½ छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 2-3 बड़ा चम्मच ड्राई फ्रूट्स (बादाम, काजू, पिस्ता – कटे हुए)
- 1 कप पानी (साबूदाना भिगोने के लिए)
अगर आपको मेरी यह रेसिपी पसंद आती हैं, तो इस रेसिपी से जुडी दूसरी रेसिपीज भी जरूर ट्राय करें|
साबूदाना खीर बनाने की विधि :-
साबूदाना भिगोना :
सबसे पहले साबूदाना को 2-3 बार अच्छे से धोकर 1 कप पानी में कम से कम 4-5 घंटे (या रातभर) के लिए भिगो दें| ताकि यह अच्छे से फूलकर नरम हो जाए|
दूध उबालना :
अब एक भरी और गहरी तल वाली पतेली में दूध डालें और धीमी आंच पर उबालें| बीच-बीच में चलाते रहें ताकि दूध निचे ना लगे|
साबूदाना डालें :
अब उबले हुए दूध में भीगा हुआ साबूदाना डालें और 15-20 मिनट धीमी आंच पर पकाए जब तक साबूदाना पानी कलर मतलब पारदर्शी ना हो जाए|
चीनी और ड्राई फ्रूट्स डालें :
अब इसमें चीनी, इलायची पाउडर और केसर डालें| अच्छे से मिक्स करें और धीमी आंच पर ही 5 मिनट पकाए| अब ऊपर से कटे हुए काजू, बादाम, पिस्ता, डालकर मिलाए और गैस बंद करें|
साबूदाना खीर सर्व करें :
खीर को एक सर्विंग बाउल में निकालकर गरमा-गरम साबूदाना खीर सर्व करें|
पोषक तत्त्व :-
(Nutrition Per 1 Serving)
- कैलोरी (Calories) - 250-300 kcal
- प्रोटीन (Protein) - 5-6 ग्राम
- कैल्शियम (Calcium) - भरपूर मात्रा में
- कार्बोहाइड्रेट (Carbohyadrates) - 35-40 ग्राम
स्वास्थ्य लाभ :-
- उर्जा से भरपूर – साबूदाना में कॉम्प्लेक्स कार्ब्स होते हैं जो लंबे समय तक उर्जा देते हैं|
- पचने में आसान – बीमार व्यक्ति के लिए और उपवास / व्रत में खाने के लिए उपयुक्त|
- हड्डियों के लिए अच्छा – दूध और ड्राई फ्रूट्स में भरपूर कैल्शियम होता हैं जिससे हड्डियाँ मजबूत रहती हैं|
- ग्लूटेन फ्री – जिनको ग्लूटेन से एलर्जी हैं उनके लिए बेहतरीन विकल्प हैं|
निष्कर्ष :-
साबूदाना खीर एक पारंपरिक मिठाई हैं, जो स्वाद के साथ-साथ सेहत भी देती हैं| इसे बनाना बेहद आसान हैं और बहुत कम समय में यह हेल्दी और भरपूर एनर्जी देने वाली मिठाई बनकर तैयार हो जाती हैं| उपवास के दिनों में शरीर को भरपूर एनर्जी की जरूरत होती हैं अगर आपका कुछ हल्का और मीठा खाने का मन करें तो साबूदाना खीर से बेहतर और क्या हो सकता हैं| साबूदाना को उर्जा का पॉवर हाउस कहा जाता हैं, क्योकि इसमें 80% से भी ज्यादा स्टार्च होता हैं इसलिए यह 100% ग्लूटेन फ्री होता हैं – और इसे तुरंत उर्जा (Instant Energy) देने वाले भोजन में गिना जाता हैं| तो अगली बार व्रत / उपवास के दिनों में आप कुछ मीठा खाना चाहते हैं जिससे आपका उपवास भी हसी ख़ुशी और भरपूर एनर्जी के साथ पूरा हो जाएगा, तो आप भी इस साबूदाना खीर रेसिपी को एक बार जरूर ट्राय करें और यह रेसिपी अपने दोस्तों, परिवार और मेहमानों के साथ शेयर करें और यह रेसिपी आपको कैसी लगी मुझे कमेंट में जरूर बताए|
टिप्स :-
- साबूदाना जितना अच्छे से भीगेगा और नरम होगा उतना ही जल्दी पकेगा|
- अगर आपको गाढ़ी खीर पसंद हैं, तो दूध कम डालें और अगर पतली पसंद हैं तो दूध ज्यादा डालें|
- खीर में इलायची पाउडर जरूर डालें इससे खीर का स्वाद बढ़ता हैं|
- अगर आप खीर का अलग फ्लेवर चाहते हैं तो गुलाबजल की कुछ बुँदे डाल सकते हैं|
- साबूदाना खीर में आप चीनी की जगह पर गुड़ का भी उपयोग कर सकते हैं|
- अगर आप साबूदाना खीर सिर्फ व्रत / उपवास के लिए बना रहे हैं, तो इसमें सिर्फ फलाहारी सामग्री का ही इस्तेमाल करें|
FAQ :-
Ques 1 : क्या साबूदाना खीर व्रत में खा सकते हैं ?
Ans : हाँ, साबूदाना खीर पूरी तरह से उपवास / व्रत के लिए ही उपयुक्त हैं, बस चीनी और ड्राई फ्रूट्स में ध्यान रखे की वो फलहारी ही हो|
Ques 2 : क्या साबूदाना खीर बिना दूध के बना सकते हैं ?
Ans : हाँ, साबूदाना खीर बनाते समय आप साधा दूध की जगह पर नारियल का दूध का उपयोग करके भी खीर बना सकते हैं, सिर्फ यह वेगन कहलाएगा|
Ques 3 : खीर गाढ़ी हो तो क्या करें ?
Ans : अगर खीर ठंडी होने के बाद गाढ़ी हो जाए और आपको फिर से खानी हो तो खीर में गरम दूध मिलाए और अच्छे से मिक्स करें उसके बाद खीर को गरम करने से खीर पतली हो जाएगी|
Ques 4 : साबूदाना की खीर कब खानी चाहिए ?
Ans : साबूदाना की खीर आप कभी भी खा सकते हैं, लेकी भारत में इसे अक्सर व्रत / उपवास के दिनों में ज्यादा खाया जाता हैं| अगर आप चाहों तो इसे आप ऐसे भी खा सकते हैं इससे पेट को ठंडक मिलती हैं, और एसिडिटी से भी राहत मिलती हैं|
Ques 5 : साबूदाना की तासीर क्या हैं ?
Ans : साबूदाना की तासीर ठंडी होती हैं| इसलिए इसे गर्मी के दोनों में या गामी के समय खाना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं|
Ques 6 : साबूदाना कब नहीं खाना चाहिए ?
Ans : साबूदाना इन परिस्थितियों में नहीं खाना चहिए या कम मात्रा में खाना चाहिए|
डायबिटीज के लोगों - को साबूदाना कम मात्रा में या डॉक्टर की सलाह से खाना चाहिए| क्योंकि साबूदाना में ग्लाईसेमिक इंडेक्स बहुत हाई होता हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता हैं, इसलिए शुगर वाले मरीजों को कम मात्रा में ही खाना चाहिए| और जो लोग वजन घटा रहें हैं – उनको भी साबूदाना का सेवन सिमित मात्रा में ही करना चाहिए| क्योंकि साबूदाना में फैट कम होता हैं लेकिन कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता हैं जिससे वजन तेजी से बढ़ सकता हैं| इसलिए अगर आप वजन घटा रहें हैं तो साबूदाना ना खाए या एखाद बार लेकिन कम मात्रा खाए|
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